तुलसी गबार्ड एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ, सैन्य अधिकारी और प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं। वे पहली हिंदू और सामोअन-अमेरिकी महिला हैं जो अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य बनीं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
तुलसी गबार्ड का जन्म 12 अप्रैल 1981 को अमेरिका के हवाई में हुआ। वे एक धार्मिक परिवार में पली-बढ़ीं और उनके जीवन पर हिंदू धर्म का गहरा प्रभाव रहा। उन्होंने हवाई पैसिफिक यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक किया।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
तुलसी ने 21 वर्ष की उम्र में राजनीति में कदम रखा। 2002 में वे हवाई राज्य विधानसभा की सदस्य चुनी गईं। इसके बाद 2013 से 2021 तक उन्होंने अमेरिकी कांग्रेस में हवाई की प्रतिनिधित्व किया।
सैन्य सेवा में योगदान
तुलसी गबार्ड ने अमेरिकी सेना में भी सेवा की। वे 2004 में इराक युद्ध में डिप्लॉय हुईं। सैन्य सेवा के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं और मेजर के पद तक पहुंचीं।
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी
2019 में तुलसी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। उनकी नीतियां और विचारधारा ने युवाओं को प्रेरित किया।
रिपब्लिकन पार्टी में शामिल होना (2024)
अगस्त 2024 में, नेशनल गार्ड एसोसिएशन सम्मेलन में बोलते हुए गबार्ड ने 2024 संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का समर्थन किया। इसके बाद, वह ट्रम्प की 2024 राष्ट्रपति परिवर्तन टीम की मानद सह-अध्यक्ष बन गईं। नवंबर 2024 में, ट्रम्प ने अपने दूसरे कार्यकाल में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में सेवा करने के लिए गबार्ड को चुना।
धार्मिक आस्था और भगवद्गीता से जुड़ाव
तुलसी गबार्ड भगवद्गीता से प्रेरित हैं और इसे अपने जीवन का मार्गदर्शक मानती हैं। उन्होंने हिंदू धर्म को अपनी पहचान का हिस्सा बनाया और इसके प्रचार-प्रसार के लिए कार्य किया।
पुरस्कार और सम्मान
तुलसी को उनकी सैन्य सेवा और राजनीतिक योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
तुलसी गबार्ड का जन्म 12 अप्रैल 1981 को हवाई, अमेरिका में हुआ।
तुलसी गबार्ड हिंदू धर्म का पालन करती हैं।
तुलसी ने इराक युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना में सेवा दी और मेजर के पद तक पहुंचीं।
तुलसी 2013 में पहली बार अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य बनीं।
हां, उन्होंने 2019 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी।
तुलसी गबार्ड भगवद्गीता से प्रेरित हैं और इसे अपने जीवन का मार्गदर्शक मानती हैं।