हैदराबाद में निर्भया जैसा कांड, दुष्कर्म के बाद महिला डॉक्टर को जलाया, चार गिरफ्तार। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना के बाद उसी इलाके में एक और महिला की अधजली लाश मिली है, जहां गुरुवार को पशु चिकित्सक युवती का शव मिला था। पशु चिकित्सक युवती शादनगर में रहती थी। यहां से करीब 30 किलोमीटर दूर साइबराबाद में एक पशु चिकित्सालय में कार्यरत थी। तो, आइए हम Priyanka Reddy के व्यक्तिगत जीवन पर एक नज़र डालें।
जन्म और परिवार ( Priyanka Reddy Birth and Family)
प्रियंका रेड्डी का जन्म 1992 को नई हैदराबाद, तेलंगाना, भारत में हुआ था। वह एक पशु चिकित्सक थी। उनके पिता का नाम श्रीधर रेड्डी है जो एक सरकारी कर्मचारी हैं और उनकी माता का नाम विजया रेड्डी हैं। उनकी एक बहन Bhavya Reddy हैं।
प्रियंका रेड्डी का करियर – Priyanka Reddy Career
उन्हे जानवरो से बहोत लगाव था इसलीये वो एक पशु चिकित्सक बनी। वह हैदराबाद के शादनगर के पास कोल्लुरु गाँव के एक पशु चिकित्सालय में एक पशु चिकित्सक थी।
प्रियंका रेड्डी का संक्षिप्त जीवनी – Priyanka Reddy Short Biography
नाम | डॉ प्रियंका रेड्डी |
उपनाम | Priyanka Reddy |
जन्म | 1992 |
जन्म स्थल | हैदराबाद, तेलंगाना, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिंदू |
राशि | |
पिताजी (Father) | श्रीधर रेड्डी (सरकारी कर्मचारी) |
माताजी (Mother) | विजया रेड्डी |
बहन ( Sister ) | Bhavya Reddy |
भाई ( Brother ) | ज्ञात नहीं |
विवाह | अविवाहित |
प्रेमि ( Boyfriend ) | ज्ञात नहीं |
निवास स्थान | हैदराबाद, तेलंगाना, भारत |
स्कूल | |
कॉलेज | |
शिक्षा योग्यता | चिकित्सक |
पेशा | पशु चिकित्सक |
मृत्यु तिथि | 27 नवंबर 2019 |
मौत का कारण | हत्या (जिंदा जला) |
सम्पत्ति |
27 नवंबर 2019 की रात, प्रियंका रेड्डी की कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जब वह कोल्लुरु गाँव के एक पशु चिकित्सालय में अपने घर लौट रही थी, जहाँ वह पिछले एक साल से काम कर रही थी।
पुलिस के अनुसार, वह बुधवार (27 नवंबर 2019) को लापता हो गई थी और एक अंडरपास के नीचे शादनगर से लगभग 30 किलोमीटर दूर गुरुवार (28 नवंबर 2019) सुबह अधजली लाश मिली।
पुलिस ने कहा कि प्रियंका रेड्डी शमशाबाद में फंसी हुई थीं, जब उनका स्कूटी पंक्चर हो गया था। उसकी बहन, भाव्या ने कहा कि प्रियंका ने 27 नवंबर 2019 की रात लगभग 9.15 बजे उसे फोन किया था। भाव्या ने यह भी कहा कि फोन कॉल में, प्रियंका ने कहा था कि किसी ने उसके फ्लैट टायर की मरम्मत के लिए उसकी मदद की पेशकश की थी। प्रियंका ने अपनी बहन भावना को फोन पर बताया.
बहन ने बताया, फोन पर डरी हुई थी भावना
भावना ने पुलिस को यह भी बताया कि प्रियंका ने उन्हें सूचित किया था कि वह डर रही थी। क्योंकि वह एक ऐसे स्थान पर फंसी हुई थी जहाँ बहुत सारे अनजान आदमी और ढेर सारे लदे ट्रक खड़े थे। भावना ने पुलिस को बताया कि उसने प्रियंका को पास के टोल गेट तक चलने और वहां इंतजार करने के लिए कहा था।
भाव्या ने कहा, प्रियंका ने आखिरी बार उनसे रात 9.22 बजे बात की थी और उनका फोन रात करीब 9.44 बजे बंद हो गया था। कुछ समय के इंतजार के बाद, वे उसकी तलाश करने के लिए टोल-प्लाजा पहुंचे। बाद में, उन्होंने दुकानों पर, टोल प्लाजा पर और आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन की, और फिर जब उन्होंने उसका पता नहीं लगाया तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
28 नवंबर 2019 की सुबह स्थानीय लोगों द्वारा प्रियंका के बुरी तरह से जले हुए शरीर को शमशाबाद के बाहरी इलाके में एक खुले इलाके में पाया गया, जिन्होंने फिर पुलिस को सूचित किया। परिवार के सदस्यों, जिन्होंने तब पहले से ही पुलिस शिकायत दर्ज की थी, तब उन्हें उस जगह पर आने के लिए कहा गया था जहां प्रियंका का शव मिला था। उन्होंने उसे पहने हुए लॉकेट की मदद से उसकी पहचान की। पुलिस को आसपास से शराब की बोतलें भी मिलीं। शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
हैदराबाद पुलिस ने इस मामले में चार को गिरफ्तार किया है। वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग ने जांच समिति गठित की। हिरासत में लिए गए लोगों में एक ट्रक ड्राइवर और एक क्लीनर शामिल हैं।
इनके नाम हैं- मोहम्मद आरिफ, जोल्लु शिवा, जोल्लु नवीन और चिंताकुंता।